235
विज्ञान –
विज्ञान का अर्थ विशिष्ट ज्ञान होता है | इसमें प्रकृति का अध्ययन किया जाता है | आज विज्ञानं का क्षेत्र इतना विस्तृत हो गया है कि इसे कई शाखाओं में बाँटकर अध्ययन किया जाता है | जैसे – भौतिकी, रसायन विज्ञान, जन्तु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, कृषि विज्ञान, पारिस्थितिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आदि |
विज्ञान की कुछ प्रमुख शाखाएँ –
- एकाउस्टिक्स (Acoustics) – यह ध्वनि से सम्बंधित विज्ञान है |
- एनाटॉमी (Anatomy) – यह जीव विज्ञान की शाखा है, जो शरीर की आन्तरिक संरचना से सम्बंधित है |
- एंथ्रोपोलाॅजी (Anthropology) – यह विज्ञान की वह शाखा है जिसमें मानव के विकास, रीति-रिवाज, इतिहास, परम्पराओं से सम्बंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है |
- एस्ट्रोलॉजी (Astrology) – यह विज्ञान मानव के जीवन पर विभिन्न नक्षत्रों के प्रभावों का अध्ययन करता है, जिसे ज्योतिषशास्त्र भी कहते है |
- एरोनॉटिक्स (Aeronautics) – इस विज्ञान की शाखा के अंतर्गत वायुयान सम्बन्धी तथ्यों का अध्ययन होता है |
- एग्रोस्टोलाॅजी (Agrostology) – यह घासों से सम्बंधित विज्ञान की शाखा है |
- अर्बोरीकल्चर (Arboriculture) – यह वृक्ष उत्पादन सम्बन्धी विज्ञानं की शाखा है |
- आर्कियोलाॅजी (Archaeology) – यह पुरातत्व सम्बन्धी विज्ञान की शाखा है |
- एस्ट्रोफिजिक्स (Astrophysics) – यह नक्षत्रों के भौतिक रूप से सम्बंधित खगोलीय अर्थात् खगोल भौतिकी विज्ञान की शाखा है |
- बायोकेमिस्ट्री (Biochemistry) – जीव शरीर की रासायनिक क्रियाओं के अध्ययन का विज्ञान |
- बायोमेट्री (Biometry) – गणितीय विधियों द्वारा जंतुओं के अध्ययन से सम्बंधित विज्ञान |
- बायोफिजिक्स (Biophysics) – इस शाखा में जीवों के शरीर में होने वाली सभी भौतिक क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है |
- बॉटनी (Botany) – यह जीव विज्ञान की वह शाखा है जिसमें वनस्पतियों का व्यापक अध्ययन किया जाता है |
- सिरेमिक्स (Ceramics) – यह टेक्नोलॉजी की वह शाखा है जो चीनी मिट्टी के बर्तन तैयार करने से सम्बंधित है |
- कीमोथेरेपी (Chemotheraphy) – यह चिकित्सा विज्ञान की वह शाखा है जिसमें रासायनिक योगिकों से उपचार किया जाता है |
- कोस्मोलाॅजी (Cosmology) – यह समस्त ब्रह्माण्ड का अध्ययन करने वाली विज्ञान की एक शाखा है |
- क्रायोजेनिक्स (Cryogenics) – यह निम्न ताप के विभिन्न प्रयोगों तथा नियंत्रणों का अध्ययन करने वाला विज्ञान है |
- कैलिस्थेनिक्स (Calisthenics) – इस शाखा के अंतर्गत शारीरिक सौन्दर्य एवं शक्तिवर्धक व्यायामों की विधियों सम्बन्धी ज्ञान का अध्ययन होता है |
- कान्कोलाॅजी (Canchology) – इस शाखा के अंतर्गत शंखविज्ञान (मोलस्क विज्ञान) का अध्ययन होता है |
- कास्मोगॉनी (Cosmogony) – इस शाखा के अन्तर्गत ब्रह्माण्डोत्पत्ति सिद्धान्त का अध्ययन होता है।
- कास्मोग्राफी (Cosmography) – इस शाखा के अन्तर्गत विश्व रचना सम्बन्धी ज्ञान का अध्ययन होता है।
- क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) – इस शाखा के अन्तर्गत गूढ़ लेखन या बीजलेखन सम्बन्धी ज्ञान का अध्ययन होता है।
- इकोलॉजी (Ecology) – यह विज्ञान वनस्पतियों तथा प्राणियों के पर्यावरण ( Environment) या प्रकृति से सम्बन्धों का अध्ययन करता है।
- एन्टोमोलॉजी (Entomology) – जन्तु विज्ञान की वह शाखा जो कीट-पतंगों का व्यापक अध्ययन करती है।
- एपीडीमियोलॉजी (Epidemiology) – चिकित्सा विज्ञान की वह शाखा जो महामारी और उनके उपचार से सम्बन्धित है।
- एक्स-बायोलॉजी (Ex-biology) – इस विज्ञान के द्वारा पृथ्वी को छोड़कर अन्य ग्रहों एवं उपग्रहों पर जीवन की संभावनाओं का अध्ययन किया जाता है।
- एस्थेटिक्स (Esthetics) – इस शाखा के अन्तर्गत सौन्दर्य (ललित कला) शास्त्र का अध्ययन होता है।
- एपीग्राफी (Epigraphy) – इस शाखा के अन्तर्गत शिलालेख सम्बन्धी ज्ञान का अध्ययन होता है।
- एथनोग्राफी (Ethnography) – इस शाखा के अन्तर्गत मानव जाति का अध्ययन होता है।
- इथोलॉजी (Ethology) – इस शाखा के अन्तर्गत प्राणियों के आचार तथा व्यवहार का अध्ययन होता है।
- जियोलॉजी (Geology) – भूगर्भ सम्बन्धी, उसकी बनावट, संरचना आदि का अध्ययन इस विज्ञान के द्वारा किया जाता है।
- जीरोन्टोलाॅजी (Gerontology) – वृद्धावस्था से सम्बन्धित तथ्यों का अध्ययन इस विज्ञान के द्वारा किया जाता है।
- जीनोकोलाॅजी (Genecology) – इस शाखा के अन्तर्गत जीवों की जातियों के विभेदों का अध्ययन होता है।
- जियोडेसी (Geodesy) – इस शाखा के अन्तर्गत भूगणित ज्ञान का अध्ययन किया जाता है।
- जियोमेडिसीन (Geomedicine) – यह औषधि शास्त्र की वह शाखा है, जो जलवायु तथा वातावरण का स्वास्थ्य पर प्रभाव का अध्ययन करती है।
- होर्टीकल्चर (Horticulture) – फल-फूल एवं साग-सब्जी उगाने, बाग लगाने, पुष्प उत्पादन का अध्ययन इस विज्ञान के द्वारा किया जाता है।
- हाइड्रोपैथी (Hydropathy) – इस विज्ञान के द्वारा पानी से रोगों की चिकित्सा होती है।
- हाइजीन (Hygiene) – स्वास्थ्य की देखभाल करने वाला यह स्वास्थ्य का विज्ञान है।
- होलोग्राफी (Holography) – यह लेसर पुञ्ज की सहायता से त्रिविमीय चित्र बनाने वाली एक वैज्ञानिक विधि है।
- होरोलॉजी (Horology) – यह समय मापने वाला विज्ञान है।
- हीलियोथेरेपी (Heliotherapy) – सूर्य के प्रभाव से चिकित्सा करने की प्रक्रिया को कहते हैं।
- हाइड्रोपोनिक्स (Hydrophonics) – इस शाखा के अन्तर्गत जल संवर्धन का अध्ययन किया जाता है |
- हाइड्रोस्टेटिक्स (Hydrostatics ) – इस शाखा के अन्तर्गत द्रवस्थैतिक का अध्ययन होता है।
- हिप्नोलॉजी (Hypnology) – नींद का अध्ययन।
- केलोलॉजी (Kalology) – मानव सुन्दरता का अध्ययन।
- लेक्सीकोग्राफी (Lexicography) – यह शब्दकोश संकलन तथा लिखने की कला है।
- मैमोग्राफी (Maemmography) – यह स्त्रियों में पाये जाने वाले ब्रेस्ट कैन्सर की जाँच करने वाले चिकित्सा विज्ञान की शाखा है।
- मीट्रियोलॉजी (Metreology) – मौसम की दशाओं में होने वाली क्रियाओं तथा परिवर्तनों का अध्ययन इस विज्ञान के द्वारा किया जाता है।
- मार्फोलाॅजी (Morphology) – पृथ्वी पर पाये जाने वाले प्राणियों तथा पौधों की संरचना, रूप, प्रकार आदि का अध्ययन इस विज्ञान के द्वारा किया जाता है।
- न्यूमेरोलॉजी (Numerology) – यह विज्ञान की वह शाखा है जिसमें अंकों का अध्ययन किया जाता है।
- न्यूमिसमेटिक्स (Numismatics) – इस विज्ञान की शाखा के अन्तर्गत पुराने सिक्कों (Coins) का अध्ययन होता है।
- न्यूरोलॉजी (Neurology) – मानव शरीर की नाड़ियों या तंत्रिकाओं का अध्ययन तथा उपचार इस विज्ञान के द्वारा किया जाता है।
- ओडोन्टोग्राफी (Odontography) – दाँतों का अध्ययन करने वाली चिकित्सा विज्ञान की यह एक शाखा हैं।
- ऑप्टिक्स (Optics) – प्रकाश के प्रकार एवं गुणों का अध्ययन करने वाले भौतिकशास्त्र की यह एक शाखा है।
- ऑर्निथोलॉजी (Ornithology) – इस विज्ञान में पक्षियों से सम्बन्धित अध्ययन किया जाता है।
- ऑस्टियोलॉजी (Osteology) – प्राणिविज्ञान की इस शाखा में हड्डियों का अध्ययन किया जाता है।
- फाइकोलॉजी (Phycology) – इस शाखा के अन्तर्गत शैवालों (Algae) का अध्ययन होता है।
- पोमोलॉजी (Pomology) – यह विज्ञान फलों के अध्ययन से सम्बन्धित है।
- सिस्मोलॉजी (Seismology) – विज्ञान की इस शाखा द्वारा भूकम्पों का अध्ययन किया जाता है।
- सेलीनोलॉजी (Selinology) – इस शाखा के अन्तर्गत चन्द्रमा के मूल स्वरूप तथा गति के वर्णन का अध्ययन किया जाता है।
- सेरीकल्चर (Sericulture) – इस शाखा के अन्तर्गत रेशम के कीड़े के पालन और उनसे रेशम के उत्पादन का अध्ययन होता है।
- स्पेसबायोलॉजी (Spacebiology) – इस शाखा में अन्तरिक्ष यात्रा में जीवों तथा पादपों पर होने वाले प्रभावों का अध्ययन किया जाता है।
- टैक्सोनॉमी (Taxonomy) – जीव-जातियों के नामकरण एवं वर्गीकरण का विज्ञान।
- टेलीपैथी (Telepathy) – इस शाखा के अन्तर्गत मानसिक संक्रमण की प्रक्रिया का अध्ययन होता है।
- टोक्सीकोलॉजी (Toxicology) – इस शाखा के अन्तर्गत विषों के बारे में अध्ययन होता है।
- यूरोलॉजी (Urology) – इसमें मूत्र तथा उसके मार्ग के विकारों का अध्ययन किया जाता है, इसे मूत्र विज्ञान कहते हैं।