समता सैनिक दल प्रगतिपथ पररहते हुए अचानक इस पर बंदी लगा दी गयी|30 जनवरी 1948 को महात्मा गाँधी की हत्या की गयी|इस बारे में सरकार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हाथ होने की जानकारी मिली|इसलिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर पाबन्दी लगाने के लिए इसके समान सभी स्वयंसेवी संघ संस्थाओं पर पाबन्दी लगाने का सरकार द्वारा निर्णय लिया गया|अतः समता सैनिक दल पर भी पाबन्दी लग गयी और इसके सभी प्रभावी सैनिकों को जेल में डाल दिया गया|